बहुत कम क्षेत्र में बोए गए गेहूं की कटाई का अंतिम चरण चल रहा है। पिछले वर्ष की तुलना में खुले बैक में गेहूं की कीमतों में 50 रुपये से 70 रुपये तक का सुधार देखा गया है।
गेहूँ के किसान अच्छे दामों से खुश हैं, उन्हें विस्थापित करने के लिए खुले बाजार से 100 लाख टन गेहूं निकालने की तैयारी की जा रही है। अगर सरकार किसानों के हित को खाद्य क्षेत्र की भलाई के लिए रखे तो आश्चर्य नहीं होगा।
दिखाए गए चित्र में हार्वेस्टर से गेहूं गिरता देख किसान परिवार खुश है। गेहूं के बाजार का क्या होता है जब हार्वेस्टर के साथ-साथ सरकारी गोदामों का गेहूं कई बार बड़ा हो जाता है?
Source : Ramesh Bhoraniya